अब इंदौर शहर में भी लो-कोड के क्षेत्र में रोज़गार के अवसर उपलब्ध

इंदौर : मध्य भारत में आज इंदौर शहर एक आईटी हब के रूप में उभर रहा है। लेकिन अभी भी शहर में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के एक विशिष्ट – लो कोड – के क्षेत्र में ज्यादा अवसर उपलब्ध नहीं है। ऐसे में शहर के सॉफ्टवेयर इंजिनियर जो इस क्षेत्र में काम करते हैं, उन्हें अक्सर पुणे, बैंगलोर या हैदराबाद जैसे शहरों में जाकर काम करना पड़ता है।इसी को ध्यान में रखते हुए बहुराष्ट्रीय आईटी कंपनी बिट्स इन ग्लास (बिग) ने इंदौर में अपने 10वें ऑफिस की शुरुआत की है, जो कि लो कोड प्लेटफार्म जैसे कि पेगा, एपियन, म्युलसॉफ्ट, वर्काटो आदि के क्षेत्र में अपनी सेवाएँ प्रदान करेगी और इस क्षेत्र में काम करने वाले सॉफ्टवेयर इंजिनियर को एक सुनहरा अवसर भी प्रदान करेगी। इंदौर स्थित इस ऑफिस के अलावा कंपनी के 10 अन्य कार्यालय अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड और भारत में भी मौजूद हैं।

इंदौर में ऑफिस खोलने के अपने निर्णय को लेकर बिट्स इन ग्लास के सीआईओ, और इंदौर के मेडीकैप्स यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र खोजेमा नगदी ने बताया कि, “इंदौर में अपना ऑफिस शुरू करना हमारे लिए एक नया और बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिससे लो कोड के क्षेत्र में अच्छे संसाधनों और एक बेहतरीन वर्कफोर्स  को बनाने में हमें मदद मिलेगी। वर्तमान में कंपनी का लक्ष्य इंदौर में 50 लोगों की नियुक्ति करना है, जिसके बाद आगामी कुछ सालों में इसकी संख्या हम 200 तक लेकर जाएंगे।”

मध्यप्रदेश के निवासी खोजेमा नगदी का इंदौर और अपने कॉलेज मेडीकैप्स इंस्टिट्यूट के प्रति लगाव इंदौर में बिट्स इन ग्लास का ऑफिस खुलने के पीछे का एक बड़ा कारण रहा है। इंदौर में इस कंपनी का ऑफिस खोलना उनका स्वप्न था, और उन्हें विश्वास है कि इंदौर की गौरव गाथा लिखने में बिट्स इन ग्लास का भी योगदान हो।

इंदौर में बिट्स इन ग्लास का ऑफिस स्काई अर्थ कॉर्पोरेट पार्क में खोला गया है जिसके उद्घाटन में कंपनी के सीओओ भालचंद्र जोशी, सीआईओ खोजेमा नगदी और वाईस प्रेसिडेंट (डिलीवरी) अमीत लोहाकरे भी उपस्थित थे। कंपनी द्वारा इंदौर के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजिनियर को नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी। कंपनी में नियुक्त होने वाले सॉफ्टवेयर इंजिनियर को ना केवल इंदौर में रहकर लो कोड के इस विशेष क्षेत्र में काम करने का मौका मिलेगा, बल्कि काम के दौरान 3-4 महीने का ट्रेनिंग भी प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी की नीति के तहत फ्रेशर्स का भी स्वागत किया जाता है और उन्हें समान अवसर प्रदान किये जाते हैं।

इंदौर में कपनी का ऑफिस खुलने से, न केवल इंदौर के सॉफ्टवेयर इंजिनियर को इन विशिष्ट श्रेणी के प्लेटफार्म पर काम कर अच्छी नौकरी का फायदा मिलेगा, वहीं इंदौर में जो कंपनियां इन प्लेटफार्म के माध्यम से अपने सॉफ्टवेर डेवलप करना चाहती हैं, उन्हें कही बहार नहीं जाना पड़ेगा।


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