“समाज सेवा” को मिला सम्मान

नेशनल चाइल्ड एंड विमेन डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा आयोजित किया गया अनूठा कार्यक्रम, किया गया 40 से ज्यादा समाजसेवियों का सम्मान

– उज्जैन के महामंडलेश्वर डॉ: रमन त्रिवेदी ने कहा – ‘महिला सशक्त होगी तो परिवार सशक्त होगा और परिवार सशक्त होगा तो देश सशक्त होगा”

– नेशनल चाइल्ड एंड वीमेन डेवलपमेंट काउंसिल की नेशनल एम्बेसडर और वाइस चेयरपर्सन विनीता कुंदनानी ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता लाने की आवश्यकता पर दिया जोर

इंदौर, 16 जून 2023

समाज सेवा सिर्फ शौक या कार्य नहीं है बल्कि राष्ट्रहित और जन कल्याण के लिए किए जाने वाले पुण्य यज्ञ में दी जाने वाली आहुति है। देश के हर स्तर की महिलाओं, बच्चों और नागरिकों का हर संभव विकास हो सके इसके लिए आवश्यक है कि ज्यादा से ज्यादा लोग समाज सेवा करें। समाज सेवा के लिए लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने के लिए नेशनल चाइल्ड एंड विमेन डेवलपमेंट काउंसिल द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में समाज सेवा करने वाले 40 से ज्यादा समाजसेवियों का सम्मान किया गया। समाजसेवियों के सम्मान व मिलन समारोह में समाज सेवा के विभिन्ना क्षेत्रों और आवश्यकताओं पर प्रकाश डाला गया ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को समाज सेवा से जोड़कर देश के विकास में योगदान दिया जा सके।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में महामंडलेश्वर डॉ. रमण त्रिवेदी (उज्जैन), डॉ बिरेन दवे (अहमदाबाद) और तारकेश्वरी शर्मा (भाजपा ग्रामीण महिला मीडिया प्रभारी (महू) उपस्थित थे। जबकि नेशनल चाइल्ड एंड वीमेन डेवलपमेंट काउंसिल की नेशनल एम्बेसडर और वाइस चेयरपर्सन विनीता कुंदनानी, माया ठाकुर (लीडर नेशनल हेड, महाराष्ट्र), नासिक की सुनीता कोडे (नेशनल हेड, महाराष्ट्र) और भोपाल की एडवोकेट माया मकोरिया (हेड, मध्य प्रदेश) भी विशेष रूप से शामिल हुए।

 

महिला सशक्तिकरण ही समाज की धुरी

महामंडलेश्वर डॉ. रमन त्रिवेदी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें जागरूक बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रयास किए जाएंगे महिलाएं स्वस्थ होंगी तो परिवार स्वस्थ होगा और परिवार स्वस्थ होगा तो देश स्वस्थ होगा। समाज सेवा की दिशा में हर समय लगातार नए प्रयास होना चाहिए। ताकि देश के हर जरूरतमंद की मदद कर मानवता की मिसाल पेश की जा सके।

 

8 बार हासिल किए विश्व रिकॉर्ड

नेशनल चाइल्ड एंड विमेन डेवलपमेंट काउंसिल की नेशनल एम्बेसेडर और वाइस चेयर पर्सन विनीता कुंदनानी ने महिलाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी विभिन्ना जानकारियां दीं और कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जितना प्रयास किया जाए उतना कम है। गौरतलब है कि विनीता कुंदनानी को समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष कार्य करने विशेष रूप से मासिक धर्म स्वच्छता और सेनेटरी पैड वितरण के क्षेत्र में कार्य करने के संदर्भ में ग्रेस लेडीज ग्लोबल एकेडमी द्वारा 8 विश्व रिकॉर्ड प्रदान किए जा चुके हैं।

 

रक्तदाताओं से लेकर लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार करने वालों तक का सम्मान

समाज सेवा की प्रेरणा जगाने वाले इस कार्यक्रम में हर तरह के सेवा कार्य करने वालों का सम्मान किया गया। समाजसेवियों ने न सिर्फ अपने कार्यों के बारे में बताया बल्कि भावी सेवा योजनाओं पर भी प्रकाश डाला कि वे किस तरह जनमानस कल्याण और सहयोग की दिशा में काम करना चाहते हैं। इस श्रृंखला में लावारिस लाशों का क्रिया कर्म करने वाले, मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने वाले, मानसिक चिकित्सा की सुविीधा देने वाले, अनाथाश्रम क्क वृद्धाश्रम में सहयोग देने वाले, बस्तियों में जाकर पढ़ाने वाले, रक्तदान करने वाले, आहार एवं पोषण की जानकारी देने वाले और इसके संबंध में अभियान चलाने वाले समाजसेवियों का सम्मान किया गया।

 

देश भर के कई शहरों के समाजसेवियों को मिला सम्मान

अलग-अलग क्षेत्रों में समाज सेवा करने वाले लोगों में स्वर्णजीत भाटिया, आराधना शर्मा, अनामिका जैन, शैलू मंडलोई, सुनीता घोष, गोविंद सिसोदिया, नानक दवानी, जयु जोशी, ज्योति चौधरी, डॉ. पियुष जोशी, चंचल अनुभूति सेवा संस्थान, संजय लावरे, संजय रियाना, डॉ. सुनीता यादव, मंशा अग्रवाल, रोहित चौधरी, अमृता शाह, एडवोकेट मनीष शर्मा, शिल्पी भारद्वाज, रेणु तलाटी, कविता यादव, रानी विवेक जैन, राहुल वासले, माया लालावत, जोयसी फ्रांसिस, जनार्दन गुंजाल, संध्या दुबे, कामना दुबे, डॉ. श्रीमती बर्मन आदि का सम्मान कर प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया।

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