अंतर्विद्यालयीन सामूहिक भजन प्रतियोगिता: स्व. श्री मोरेश्वर वामन मोघे (दादा सा) की स्मृति में बाल निकेतन संघ में गूंजे भजन

इंदौर महात्मा गांधी और विनोबा भावे के विचारों के अनुयायी “दादा साहब” के नाम से लोकप्रिय स्व. श्री मोरेश्वर वामन मोघे (दादा सा) की स्मृति में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पागनिसपागा स्थित बाल निकेतन संघ में अंतर विद्यालयीन सामूहिक भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। मंगलवार 17 अक्टूबर 2023 को संपन्न हुई इस भजन प्रतियोगिता में एडवांस एकेडमी को प्रथम, भवंस प्रोमिनेन्ट स्कूल को द्वितीय एवं चमेली देवी स्कूल ने तृतीय स्थान हासिल किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रसिद्ध संतूर वादक श्री मंगेश जगताप एवं निर्णायक मंडल में तबला वादक श्री अभिजीत साठे, गायिका डॉ. श्रध्दा जगताप, एवं गायिका शिल्पा मसूरकर शामिल हुए। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली टीम को चलत मंजूषा, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए और बाकी विजेता टीम को ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए गए।

First Prize – Advance Academy

दादा सा की स्मृति में होने वाले इस आयोजन में इस वर्ष भवंस प्रोमिनेन्ट, क्रिश्चियन एमिनेंट, एडवांस एकेडमी, वैष्णव हायरसेकेन्डरी स्कुल, पिंक फ्लावर, द विध्यांजलि इंटरनेशनल, चमेली देवी पब्लिक स्कूल एवं केबीपी स्कूल के बच्चों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में छात्रों ने हरि सुन्दर नन्द मुकुंदा, बम बम भोले, बाट निहारूं और मैं ना जानूं जैसे भजनों की सुमधुर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण विध्यांजलि इंटरनेशनल के चौथी और पांचवी कक्षा के नन्हे ढोलक वादक प्रियांशु सोनी और माधव खंडेलवाल थे, जिनकी उत्साहपूर्ण प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। बाल निकेतन संघ की सचिव डॉ. नीलिमा अदमने और मुख्य अतिथि श्री मंगेश जगताप ने उनका उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें पुरस्कार राशि भेंट की।

Second Prize – Bhavans Prominent

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मंगेश जगताप ने कहा, ‘मैं अपने जीवन में कई सारे आयोजनों में गया हूँ, लेकिन बाल निकेतन में आकर मुझे एक नया अनुभव मिला है, इन बच्चों की इन प्रस्तुतियों ने मुझे बेहद रोमांचित किया है। भजन का मूल उद्देश्य स्वयं को ईश्वर से जोड़ना है और इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों को संस्कारों और ईश्वर से जोड़ने का ये प्रयास सराहनीय है। पूरे विद्यालय में जो माहौल है, इससे पता चलता है कि शिक्षा के लिए बड़े भवन से कहीं ज्यादा जरुरी है बड़े संस्कार जो कि बाल निकेतन में दिए जा रहे हैं।’

Third Prize – Chameli Devi

निर्णायक और बाल निकेतन संघ की पूर्व छात्राएं डॉ. श्रध्दा जगताप एवं शिल्पा मसूरकर ने विद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा आज हम जिस मुकाम पर हैं उसमें बहुत बड़ा योगदान बाल निकेतन संघ का है, यहाँ आज भी सबकुछ वैसा ही है जैसे बरसों पहले हुआ करता था। कार्यक्रम के अंत में दोनों गयिकाओं ने शानदार भजन प्रस्तुतियां दी एवं उनके साथ श्री अभिजीत साठे ने तबला और श्री मंगेश जगताप ने हार्मोनियम वादन किया।

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