बिहार में मोदी का बड़ा ऐलान, आतंक पर कड़ा संदेश

बिहार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 30 मई को अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के दूसरे दिन रोहतास जिले के विक्रमगंज में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के साथ ओपन जीप में मंच तक पहुँचे।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का ज़िक्र करते हुए पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर तो सिर्फ तरकश का एक तीर है। अगर आतंक का फन यूँ ही फैलता रहा, तो भारत उसे बिल से निकालकर कुचल देगा।” उन्होंने यह भी बताया कि पहलगाम हमले के बाद उन्होंने बिहार की धरती से आतंकियों को सज़ा देने का संकल्प लिया था और उसे पूरा भी किया।

इस जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री ने बिहार को 48,500 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं की सौगात दी और अपना भाषण भोजपुरी में शुरू कर लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया।

पीएम मोदी ने माओवादी हिंसा पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि 2014 में जहां करीब 125 जिले नक्सल प्रभावित थे, वहीं अब यह संख्या घटकर मात्र 18 रह गई है। उन्होंने कहा, “अब वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। पहले इन क्षेत्रों में न तो अस्पताल थे, न मोबाइल टावर, लेकिन नीतीश जी ने इन परिस्थितियों में भी काम किया और युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा।”

लालू यादव के परिवार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज बिहार में गंगा, सोन, गंडक और कोसी जैसी प्रमुख नदियों पर बाँध बन रहे हैं, फोर लेन सड़कें बन रही हैं, रेलवे की स्थिति में सुधार हो रहा है, और वंदे भारत ट्रेन चल रही है। ये काम पहले भी हो सकते थे, लेकिन जिन लोगों को आपने विकास की जिम्मेदारी दी, उन्होंने नौकरी के नाम पर आपकी ज़मीन छीनने का काम किया।”