भारतीय हस्तकला से जुड़े नन्हें कदम: सत्त्व स्कूल में रचनात्मक सत्र

सत्त्व स्कूल में 31 मई को एक विशेष हस्तकला कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें झाबुआ से पधारे सुप्रसिद्ध लोक कलाकार और पद्मश्री से सम्मानित श्री रमेश परमार तथा श्रीमती शांति परमार ने प्रतिभाग किया। इस सत्र में उन्होंने डॉल मेकिंग (गुड़िया निर्माण) और पेपर माचे कला की बारीकियों को साझा किया, जिसने इंदौर के प्रतिभागियों को खासा प्रभावित किया।

कार्यशाला में विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावकों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और परंपरागत भारतीय शिल्प की इस विलुप्तप्राय विधा को प्रत्यक्ष रूप से सीखने का अवसर पाया। परमार दंपति ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए प्रतिभागियों को रचनात्मकता के साथ प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।

प्रतिभागियों ने इस अनुभव को अत्यंत प्रेरणादायक, आनंददायक और शैक्षणिक दृष्टि से समृद्ध बताया।

यह आयोजन सत्त्व स्कूल की भारतीय सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने की शैक्षिक पहल का एक हिस्सा था। कार्यक्रम की ऊर्जावान और संवादात्मक प्रकृति को देख अभिभावकों व शिक्षकों ने इसे अत्यंत सफल और प्रभावशाली बताया।

इस तरह के आयोजन बच्चों को न केवल रचनात्मकता की ओर प्रेरित करते हैं, बल्कि उन्हें भारत की समृद्ध लोककलाओं से भी जोड़ते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *