अब चाइल्ड फ्रेंडली इंदौर ……

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Jai Hind News, Indore

इंदौर शहर को बाल मित्र बनाने के उद्देश्य से संस्था आस, चाइल्डलाइन, संस्था पहल इनीशिएटिव फॉर सोशल चेंज एवं कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन द्वारा इंदौर को बाल मित्र शहर बनाने हेतु चाइल्ड ट्रैफिकिंग, चाइल्ड लेबर तथा चाइल्ड सेक्युअल एब्यूज पर इंदौर स्कूल ऑफ सोशल वर्क कॉलेज में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर , महिला बाल विकास विभाग संयुक्त संचालक संध्या व्यास, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल , सहायक श्रम आयुक्त से मेघना भट्ट, पुलिस विभाग से मनीषा पाठक सोनी, और समाज सेवी चिन्मय मिश्र शामिल हुए ।

इंदौर स्कूल ओफ़ सोशल वर्क से डॉक्टर C.P. मैथ्यू, सत्यार्थी फ़ाउंडेशन से राजीव भारद्वाज, एवं विधान चंद्र सिंह ,संस्था आस से वसीम इक़बाल , संस्था पहल से कमलेश चौहान उपस्थित रहे। डॉक्टर. शैलेंद्र शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया।

बाल मित्र शहर बनाने की पहल में बाल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं ने भाग लिया । इस कार्यक्रम में कैलाश सत्यार्थी चिल्डरेंस फ़ाउंडेशन से राजीव भारद्वाज ने बचपन बचाओ आंदोलन व उनकी संस्था के क्रियाकलाप से अवगत करवाया। महिला बाल विकास से संध्या व्यास ने बच्चों के प्रति शोषण को काम करने के लिए जो बाल संरक्षण समिति बनी हुई है उसे सतत कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया व समय समय पर रेस्क्यू अभियान जारी रखने का वादा किया ।अम्बेडकर यूनिवर्सिटी महूँ के कुलपति डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कैलाश सत्यार्थी की विचारधारा से अवगत कराया और बताया कि कैसे उन्होंने बचपन बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी ।

Aditional DCP मनीषा पाठक सोनी ने सभी विभागों व संस्थाओं को एकजुट होकर बाल संरक्षण के क्षेत्र में कार्य करने पर ज़्यादा से ज़्यादा जागरूकता अभियान चलाए जाने पर बल दिया । प्रोफ़ेसर डॉक्टर रंजना सहगल ने बाल संरक्षण के क्षेत्र में ज़्यादा से ज़्यादा शोध करने पर छात्रों को प्रेरित किया ।

पल्लवी पोरवाल ने देखरेख, संरक्षण, व आवश्यकता वाले बच्चों के बारे में बताया व सरकारी एवं ग़ैर सरकारी संस्थाओं में सहयोग को बढ़ावा देने की बात की। सहायक श्रम आयुक्त मेघना भट्ट ने पेन्सल पोर्टल की जानकारी दी और आम जन को इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज काराने के लिए प्रेरित किया ।

रेल्वे चाइल्डलाइन डाइरेक्टर फादर  शिरोज़ ने वर्तमान में अभिनीत क़ानूनों को लागू करने पर ज़ोर दिया । श्रधानंद आश्रम के अधीक्षक ने माता पिता व अभिभावकों के परामर्श की आवश्यकता पर प्रकाश डाला ।

चिन्मय मिश्र ने वास्तविक घटनाओं से सम्बंधित उदाहरण देकर बच्चों के अनूकूल वातावरण स्थापित करने हेतु बल दिया । अंत में कैबिनेट मंत्री ऊषा ठाकुर ने सभी की बातों पर सहमति दर्ज करते हुए कहा कि इंदौर में बाल भीक्षा व्रत्ती पर रोक लगनी चाहिए ओर जो इसे बढ़ावा दे रहें है उनके विरूध कार्यवाही की जानी चाहिए एवं इंदौर शहर को बाल मित्र शहर बनाने का वादा किया ।

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