JAI HIND NEWS, INDORE
– एमबीए चायवाला पर दर्जनों युवाओं ने लगाया आरोप
– देश भर में कई शहरों में पुलिस थानों पर हुई शिकायत
– इंदौर में भी ऐरोड्रम, लसुड़िया, तुकोगंज, भंवरकुआ थाना आदि में पहुँचे फरियादी
– इंदौर के फरियादियों के मुताबिक अहमदाबाद, बड़ौदा, कानपुर, लखनऊ और प्रयागराज में भी कई युवाओं ने रोष जताकर युवा कर रहे शिकायत
इंदौर, 6 अप्रैल 2023
चाय बेचकर करोड़पति बनाने का दावा करने वाले एमबीए चाय वाला के खिलाफ देश भर के कई शहरों में शिकायतें हो रही है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि फ्रेंचाईजी देने के नाम पर एमबीए चाय वाला के संचालक प्रफुल्ल बिल्लोरे और उनकी टीम ने लाखों रुपए लिए और दावा किया था कि हजारों रुपए रोज की कमाई होगी, लेकिन मुनाफा कमाना तो दूर, खर्च निकालना भी मुश्किल हो रहा है। इधर प्रफुल्ल इन शिकायतों को निराधार बताते हुए सारे काम नियम-शर्तों के हिसाब से करने का हवाला दे रहे हैं। मामले की हकीकत और अंजाम जो भी हो, लेकिन अलग-अलग थानों में शिकायत के बाद एमबीए चाय वाला की चर्चाएं गर्म हो चुकी हैं और कॉरपोरेट वर्ल्ड में नाम कमाने वाले इस ब्रांड पर अब धोखा देने वाले दगाबाज होने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
27 लाख रुपए का नुकसान
इंदौर के एबी रोड स्थित मेट्रो टॉवर में एमबीए चायवाला की फ्रेंचाइजी शुरू करने वाले आशीष तिवारी ने बताया कि मैंने 21 जुलाई 2022 को फ्रेंचाइजी शुरू की थी। पहले दिन से पांच हजार रुपए रोज का नुकसान हुआ। एक महीने में 1 लाख 39 हजार रुपए नुकसान हुआ। चार महीने तक नुकसान झेलने के बाद नवंबर 2022 में हमने काम बंद कर दिया। फ्रेंचाइजी के लिए हमने 13 लाख 80 हजार रुपए एमबीए चाय वाला के अकाउंट में डाले थे। रॉ मटेरियल, विज्ञापन, मशीनरी, डे टू डे एक्सपेंस मिलाकर कुल 27 लाख रुपए खर्च हुआ। 25 हजार रुपए रोज की बिक्री का दावा हमसे किया गया था, लिखित में 10 हजार रुपए रोज का दावा किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हमने पैसे वापस मांगे, जिस पर वे मुकर गए। मैंने इस मामले की शिकायत पुलिस थाने में की है।
एक महीने में ही बंद कर दी फ्रेंचाइजी
देवेश पाटीदार ने एमबीए चाय वाला के खिलाफ तुकोगंज थाना में शिकायत की है। उन्होंने बताया कि एक लाख रुपए एक महीने में नुकसान हुआ, जिसके चलते पहले ही महीने में मैंने फ्रेंचाइजी बंद कर दी। आदित्य विश्वकर्मा ने बताया कि मैंने कुल 17 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया था। जिसमें से 5.90 लाख रुपए फ्रेंचाइजी के नाम पर लिया गया था। मैंने फ्रेंचाइजी के नाम पर लिए गए पैसे वापिस मांगे तो बहाने बनाने लगे। तीन हफ्तों तक कोशिश की, लेकिन कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया। 15 लाख रुपए का लोन लेकर मैंने यह काम किया था लेकिन उनके कमिटमेंट पूरे नहीं करने के कारण मुझे भारी नुकसान झेलना पड़ा। 10 हजार रुपए प्रतिदिन की बिक्री का कमिटमेंट था, लेकिन एक भी दिन ऐसा नहीं हुआ।
इंदौर में सिर्फ चार आउटलेट का वादा, लेकिन 7-8 खोल दिए
तन्मय चौकसे का स्कीम नंबर 78 स्थित फ्रेंचाइजी आउटलेट चल रहा है, लेकिन वे भी प्रफुल्ल के खिलाफ वादा खिलाफी की शिकायत लेकर थाने तक पहुंच गए हैं। उनका कहना है कि 22 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया लेकिन फायदे की जगह हर रोज नुकसान हो रहा है। इंदौर में कुल चार आउटलेट देने का वादा किया था, लेकिन 7-8 जगहों पर आउटलेट फ्रेंचाइजी दे दी गई। यही नहीं 2.5 किमी. में सिर्फ एक आउटलेट खोलने की बात कही गई थी, लेकिन इसके उलट एक किमी. में ही दूसरा खोल दिया गया। जिससे हमारी बिक्री कम हो गई। खराब मैनेजमेंट के कारण उन्होंने अपने कमिटमेंट पूरे नहीं किए और हमें धोखे में रखा।
बयान के बाद प्रकरण दर्ज करने का हवाला दे रही पुलिस
मामले को लेकर युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि 23 मार्च से इसकी शिकायतें अलग-अलग थानों में हो रही है। लेकिन अब तक कहीं भी प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। इसे लेकर इंदौर में सारे फ्रेंचाइजी आउटलेट चलाने वाले एकजुट हो चुके हैं और लामबंद होकर मोर्चा खोलने की तैयारी में है। तुकोगंज थाने के जाँचकर्ता अधिकारी सत्यनारायण जाट ने कहा कि सभी शिकायतकर्ताओं के बयान हो चुके हैं लेकिन प्रफुल्ल बिल्लोरे और उनके भाई के बयान नहीं हो सके हैं। उनके अधिवक्ता से चर्चा हुई है, जिसमें उन्होंने जल्द संपर्क कर बयान देने को कहा है। उनके बयान के बाद ही आगे की कार्रवाही हो सकेगी।
प्रयागराज में मामला कोर्ट पहुँचा
इंदौर में शिकायत करने वाले युवाओं का कहना है कि पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं होने की स्थिति में मामला कोर्ट में रखा जाएगा। वहां भी शिकायतकर्ताओं ने कोर्ट कमा दरवाजा खटखटाया है और यहां भी जरूरत पड़ी तो यही करेंगे।
मदद करने की बजाय एक करोड़ रुपए का नोटिस
शिकायतकर्ता आशीष तिवारी ने बताया कि हमने हमारा पैसा मांगा है लेकिन प्रफुल्ल बिल्लोरे ने न ही सहयोग किया, न ही पैसे लौटाए उल्टा हम पर ही मानहानि का नोटिस दिया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं में से कुछ को एक करोड़ रुपए का नोटिस भी दिया गया है। हम भी आगे की रूपरेखा बनाकर कार्यवाही की मांग करेंगे।
यह है प्रफुल्ल बिल्लोरे का कहना…
हमने हमारे फ्रेंचाइजी आउटलेट के साथ कुछ गलत नहीं किया। उन्हें कोई बहका रहा है। सारे आरोप बेबुनियाद और मनगढ़त हैं। आउटलेट संचालकों की डिमांड पर चर्चा को भी तैयार हैं, वे जब चाहें ऑफिस पहुँचर चर्चा कर सकते हैं।
–प्रफुल्ल बिल्लोरे, एमबीए चायवाला