पालकों ने कमिश्नर को घेरा: स्कूल वाले न कोर्ट को कुछ समझ रहे न मुख्यमंत्री को…. करो कार्रवाई

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Jai Hind News
Indore
हाईकोर्ट और शासन के निर्देश के बावजूद स्कूल वाले पालकों को धमका रहे हैं। फीस नहीं भरने पर सीबीएसई रजिस्ट्रेशन नहीं करने के नाम पर डराया जा रहा है। स्कूल से निकालने और ऑनलाइन क्लास से वंचित करने का दबाव भी बनाया जा रहा है। इस तरह की शिकायतें लेकर पालक सरकारी हुक्मरानों के ऑफिसों में भटक रहे हैं, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। इससे नाराज पालकों ने संभाग आयुक्त का घेराव किया। 12 अक्टूबर, सोमवार को दर्जनों पालक संभाग आयुक्त के कार्यालय पहुंचे और उन्हें अपनी समस्याएं बताई।
जागृत पालक संघ के बैनर तले पलकों ने वहां जाकर संभाग आयुक्त पवन शर्मा को समस्या बताने की कोशिश की पालक सुबह करीब 11 बजे यहां पहुंच गए थे लेकिन संभागायुक्त से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। पालक यहां धरना देकर बैठे रहे और नारेबाजी शुरू हो गई। दोपहर में सारे पालकों ने मिलकर उनकी कार के पास ही उन्हें रोक लिया और समस्या बताना शुरू की। संभागायुक्त शर्मा ने कहा कि संघ की ओर से कोई भी एक व्यक्ति प्रतिनिधित्व करें और अलग-अलग स्कूलों की अलग-अलग शिकायत दे ताकि उस पर कार्रवाई हो सके बालकों ने सभी स्कूलों की समस्याएं अलग-अलग शिकायतों में लिखकर संभागायुक्त को दी।
संघ के अध्यक्ष एडवोकेट चंचल गुप्ता ने संभागायुक्त पवन शर्मा के सामने शिकायत रखी कि कोर्ट और खुद मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद स्कूल वाले मनमानी कर रहे हैं। फीस नहीं दे पाने वाले पालकों के बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित किया जा रहा है और सीबीएसई कक्षाओं के रजिस्ट्रेशन का हवाला देकर उन्हें परेशान किया जा रहा है। धमकाया जा रहा है कि अगर फीस जमा नहीं की गई तो रजिस्ट्रेशन नहीं किया जाएगा, बच्चे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे और साल खराब हो जाएगा। जबकि मामला हाईकोर्ट में लंबित है और निर्देश है कि फीस के लिए बच्चों और पालकों पर दबाव नहीं बनाया जा सकता न ही ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित किया जा सकता है और न ही उन्हें परीक्षा देने से रोका जा सकता है।
स्कूल वाले आदेश का हवाला देकर मनमानी कर रहे हैं। डीईओ को कई बार शिकायत हो चुकी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। हर स्तर पर यह कहा जा रहा है कि फीस नहीं मिलेगी तो स्कूल कैसे चलेंगे। पालकों का साथ देने और उन्हें राहत देने का कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। संभागायुक्त शर्मा ने इन शिकायतों के बाद संयुक्त संचालक शिक्षा मनीष वर्मा को दफ्तर बुलवाया और यहां हाथोहाथ शिकायतें लेकर निराकरण करने के लिए कहा। संयुक्त संचालक को निर्देश दिए गए कि स्कूलों को नोटिस देने की बजाय शिकायतों का निराकरण करें। पालकों को आश्वासन दिया गया कि स्कूल वाले मनमानी करें तो सीधे शिकायत करें, जल्द ही निराकरण किया जाएगा।
जागृत पालक संघ के साथ सेंट अर्नोल्ड, चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल, रेयान इंटरनेशनल स्कूल, वैष्णव एकेडमी, एबीएन स्कूल, सेंट जोसफ स्कूल और कई स्कूलों के पालकों ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई। पालकों ने कहा कि चमेलीदेवी पब्लिक स्कूल और सेंट अर्नोल्ड स्कूल पालदा द्वारा शासन और न्यायालय के आदेश की अव्हेलना करते हुए फीस बढ़ा दी गई है। सेंट जोसेफ, एलजी एकेडमी, एबीएन और कई स्कूल द्वारा फीस के कारण बच्चों को ऑनलाइन परीक्षा /पढ़ाई और रिजल्ट से वंचित किया जा रहा है, जिसकी प्रमाणित दस्तावेजों के साथ शिकायत की गई है।
जागृत पालक संघ के पदाधिकारी सचिन माहेश्वरी सतीश शर्मा, विशाल प्रेमी, दीपक शर्मा, अयन बंसल, रमाकांत शर्मा, देव खुबानी, प्रतीक तागड, विनोद श्रीवास्तव, प्रकाश दौर, मोहित प्रजापति, रूपेश सलूजा ने कई अन्य पालकों के साथ संभाग आयुक्त से चर्चा कर पालकों का पक्ष रखा।

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